जब जब कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त होता है तब तब आवश्यक नहीं है कि वह कपड़े ही फाड़ेगा ; कभी कभी ऐसा व्यक्ति मज़हबी किताब भी लिख सकता है। 575 views03:26