मरने के लिए! जी रहे हैं हम जीने का उद्देश्य मोक्ष भी हो सकता | दार्शनिक विचार
मरने के लिए! जी रहे हैं हम
जीने का उद्देश्य मोक्ष भी हो सकता है, हमारा केन्द्र बिंदु आत्मा हो सकता है, पर हमारा प्रयोजन ऐसा कुछ नहीं हैं; हमें बस अपने शरीर के मरने की प्रतीक्षा है जब तक मर नहीं जाते तब तक हमें जीना पड़ रहा है।