संसार में न कोई तुम्हारा मित्र है और न शत्रु। आपके अपने विचार ही शत्रु और मित्र बनाने के लिए उत्तरदायी है। जय श्री राधेकृष्णा ।। शुभ प्रभात ।। 8.5K views00:34