संभलकर तुम रहो सबसे, जमाना है सियासत का। तमाशा खूब करता है ,दि | Science First™
संभलकर तुम रहो सबसे, जमाना है सियासत का।
तमाशा खूब करता है ,दिखावा बस शराफ़त का।।
मिटा दो दूरियाँ मन से ,नहीं हो फिर गिला कोई।
सभी को जीत लो मन से ,हुनर भी हो नज़ाकत का।।
बुराई पर अच्छाई की व अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देने वाले पावन पर्व विजयादशमी की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।